सावन के सोमवार का व्रत कुँवारी कन्या, कुँवारे लड़के विवाह हेतु व शादीशुदा महिलाएं और पुरुष वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए करते हैं।

2. मनोवांछित जीवनसाथी पाने के लिए अविवाहित युवतियां सोमवार का व्रत कर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करती हैं।
3. यह व्रत करने से व्यक्ति को अकाल मृत्यु और दुर्घटना से मुक्ति मिलती है।
भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति का मास है सावन, जानें सोमवार व्रत तिथि और लाभ
4. इस व्रत को करने से रोगी व्यक्ति निरोगी काया प्राप्त करता है, तो सामान्य जनों को सुखी और समृद्ध जीवन का वरदान प्राप्त होता है।
5. आप अपने वंश को बढ़ाना चाहते हैं तो सावन में हर रोज शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाएं। ऐसा करने से संतान सुख का योग प्रबल होता है।
सावन सोमवार के व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है। प्राचीन शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं। सोमवार, सोलह सोमवार और सौम्य प्रदोष। सोमवार व्रत की विधि सभी व्रतों में समान होती है। इस व्रत को सावन माह में आरंभ करना शुभ माना जाता है।
सावन सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है। शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है।
व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना